खगड़िया:-चौथम -खगड़़िया:२६:११:२०१७ हिन्दी भाषा साहित्य परिषद् खगड़़िया (बिहार )के तत्वावधान में वीणा प्राइमरी एकेडमी, पिपरा चौथम में रामदेव पंडित राजा की अध्यक्षता में कौशिकी त्रैमासिक के ६२ वें-६३ वें अंक का विमोचन-सह -कविसम्मेलन का आयोजन हुआ ।मुख्य अतिथि के रूप में हास्य व्यंग्य के रस-सिद्ध अंगिका कवि विजेता मुदगलपुरी (मुंगेर) और विशिष्ट अतिथि के रूप में ग़ज़लकार राजेंद्र राज (लखीसराय)और अवधेश्वर प्रसाद सिंह (समस्तीपुर) मंचस्थ थे।
फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन मंचस्थ साहित्यकारों ने किया।स्वागताध्यक्ष वेद प्रकाश, प्राचार्य, वीणा प्राइमरी एकेडमी, पिपरा और स्वागत सचिव रंजीत रमण ने अतिथि कवियों,श्रोताओं और पत्रकारों का स्वागत किया ।सुश्री निशु,पूजा,आँचल,राजलक्ष्मी, पार्वती, अनामिका और मौसम ने स्वागत गान की नृत्य प्रस्तुति से अतिथियों का भव्य स्वागत किया ।
मंचस्थ अतिथियों के साथ कौशिकी के प्रधान सम्पादक रामदेव पंडित राजा,सम्पादक कैलाश झा किंकर ,सचिव कविता परवाना और शिवकुमार सुमन ने कौशिकी के ६२वें-६३वें अंक का विमोचन किया ।विगत १६ वर्षों से बिना विज्ञापन के प्रकाशित होती आई कौशिकी में कविता-गीत- ग़ज़ल,कहानी,लेख,आलेख,संस्मरणके साथ-साथ स्थाई स्तंभ पुस्तक दर्शन, पत्रिका दर्शन, गतिविधियाँ,समीक्षा आदि सामग्रियां प्रकाशित होती हैं।
कविसम्मेलन की शुरूआत सरस्वती वन्दना से हुई।कविता पाठ करनेवालों में सर्वश्री विजेता मुदगलपुरी, राजेन्द्र राज,अवधेश्वर प्रसाद सिंह,कविता परवाना,चन्द्र प्रकाश राम ,अशोक कुमार चौधरी,शिव कुमार सुमन,नन्द किशोर सिंह,चम्पा राय ,प्रीति कुमारी,निशांत आर्या सुमन,रंजीत रमण, सुनील कुमार मिश्र ,कैलाश झा किंकर, रामदेव पंडित राजा आदि प्रमुख थे। शानदार मंच संचालन शिव कुमार ने किया।
धन्यवाद ज्ञापन स्वागत सचिव रंजीत रमण ने किया।अध्यक्ष रामदेव पंडित राजा ने कार्यक्रम के समापन की घोषणा की ।
फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन मंचस्थ साहित्यकारों ने किया।स्वागताध्यक्ष वेद प्रकाश, प्राचार्य, वीणा प्राइमरी एकेडमी, पिपरा और स्वागत सचिव रंजीत रमण ने अतिथि कवियों,श्रोताओं और पत्रकारों का स्वागत किया ।सुश्री निशु,पूजा,आँचल,राजलक्ष्मी, पार्वती, अनामिका और मौसम ने स्वागत गान की नृत्य प्रस्तुति से अतिथियों का भव्य स्वागत किया ।
मंचस्थ अतिथियों के साथ कौशिकी के प्रधान सम्पादक रामदेव पंडित राजा,सम्पादक कैलाश झा किंकर ,सचिव कविता परवाना और शिवकुमार सुमन ने कौशिकी के ६२वें-६३वें अंक का विमोचन किया ।विगत १६ वर्षों से बिना विज्ञापन के प्रकाशित होती आई कौशिकी में कविता-गीत- ग़ज़ल,कहानी,लेख,आलेख,संस्मरणके साथ-साथ स्थाई स्तंभ पुस्तक दर्शन, पत्रिका दर्शन, गतिविधियाँ,समीक्षा आदि सामग्रियां प्रकाशित होती हैं।
कविसम्मेलन की शुरूआत सरस्वती वन्दना से हुई।कविता पाठ करनेवालों में सर्वश्री विजेता मुदगलपुरी, राजेन्द्र राज,अवधेश्वर प्रसाद सिंह,कविता परवाना,चन्द्र प्रकाश राम ,अशोक कुमार चौधरी,शिव कुमार सुमन,नन्द किशोर सिंह,चम्पा राय ,प्रीति कुमारी,निशांत आर्या सुमन,रंजीत रमण, सुनील कुमार मिश्र ,कैलाश झा किंकर, रामदेव पंडित राजा आदि प्रमुख थे। शानदार मंच संचालन शिव कुमार ने किया।
धन्यवाद ज्ञापन स्वागत सचिव रंजीत रमण ने किया।अध्यक्ष रामदेव पंडित राजा ने कार्यक्रम के समापन की घोषणा की ।
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